उल्लू बोला – नहीं मित्र हंसिनी तुम्हारी ही पत्नी है और तुम्हारी ही रहेगी।
महात्मा गाँधी का सम्पूर्ण जीवन एक ऐसी किताब की तरह है जो हमें हर पेज को पलटने पर एक नयी शिक्षा देता है.
जब बच्चे वर्तनी लिख ही रहे थे की शिक्षक ने देखा की गाँधी जी ने एक शब्द की वर्तनी गलत लिखी है.
अपने जीवन में फ़ालतू चीज़ों को महत्व न दें केवल अच्छी चीज़ों को महत्त्व देना सीखें।
बड़े काम के चक्कर में तुम यह भी भूल गए की छोटे-छोटे कामों को करके ही बड़ा काम किया जाता है। छोटे कामों से ही तो बड़े कामों की नीव रखी जाती है, और बड़ा बना जाता है। अब तुम ही बताओ की मेरे सेवा भाव में सहयोग देने के तुम मेरे शिष्य बन सकते हो क्या।
एक समय की बात है. एक राज्य में एक प्रतापी राजा राज करता था. एक दिन उसके दरबार में एक विदेशी आगंतुक आया और उसने राजा को एक सुंदर पत्थर उपहार स्वरूप प्रदान किया.
तेनालीराम की चित्रकारी – तेनालीराम की कहानी
दरिद्र व्यक्ति बोला – मुर्ख स्त्री कितने दिन हो गए हैं मेने भोजन तक नहीं किया है ऐसे में भूखा रहकर धन को कैसे उठा कर ला पाउँगा भला?
ठीक उसी तरह सफल होने के लिए मोह का त्याग करना आवश्यक होता है चाहे वह मोह आपके घर परिवार दोस्त यार आदि का हो चाहे आपके कम्फर्ट जोन का – आखिर में : रोज एक कदम सफलता की ओर।
जीवन में लक्ष्य का होना ज़रूरी क्यों है ?
After numerous yrs baking during the night even though Functioning in my Business office during the day, I made a decision to take the leap and go whole-time with it. That was 5 years ago and I by no means looked again! Given that then, the company has grown dramatically! It absolutely was Evidently the most beneficial determination for me because it taps right into a Artistic and entrepreneurial aspect of me that had click here Formerly been unfulfilled. The extra bonus is I’m capable to be dwelling for my Youngsters each day whenever they appear household from faculty!”
बुद्धिमान व्यक्ति मुस्कुराया और बोला:
तेनालीराम और लाल मोर – तेनालीराम की कहानी
silly donkey and lion